इस लेख में हम जानेंगे कि शनि दोष की पहचान कैसे करें, इसके लक्षण क्या हैं और इसे दूर करने के लिए कौन-से उपाय किए जा सकते हैं।
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Shani Dosha Symptoms – शनि दोष के लक्षण
अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि दोष है तो उसके जीवन में कुछ विशेष लक्षण दिखाई देते हैं। ये संकेत बताते हैं कि शनि ग्रह की स्थिति शुभ नहीं है:
- जीवन में बार-बार रुकावटें – कोई भी काम बनते-बनते अटक जाना या अंतिम समय में असफल हो जाना।
- आर्थिक परेशानियाँ – धन की कमी, कर्ज बढ़ना या अचानक पैसों का नुकसान होना।
- स्वास्थ्य समस्याएँ – हड्डियों, जोड़ों, नसों और पैरों से जुड़ी बीमारियाँ होना।
- पारिवारिक कलह – घर-परिवार में बार-बार झगड़े और तनाव रहना।
- मानसिक तनाव और अवसाद – बिना कारण उदासी, अकेलापन और चिंता का बढ़ना।Kundali Me Shani Dosh
शनि दोष की पहचान कैसे करें?
कुंडली में शनि दोष की पहचान केवल एक कुशल ज्योतिषी कर सकता है। लेकिन कुछ सामान्य ज्योतिषीय स्थितियाँ इसे इंगित करती हैं:
- शनि का जन्म कुंडली में छठे, आठवें या बारहवें भाव में होना।
- शनि का चंद्रमा या सूर्य से अशुभ दृष्टि संबंध होना।
- शनि का राहु, केतु या मंगल के साथ युति करना।
- जन्मपत्री में शनि की दशा या अंतर्दशा में जीवन में बड़े संकट आना।
- साढ़े साती या ढैय्या के समय जीवन में कठिनाइयों का बढ़ जाना।Kundali Me Shani Dosh
शनि दोष के लक्षण और प्रभाव
- विवाह में देरी या दांपत्य जीवन में असंतोष।
- व्यापार या नौकरी में बार-बार असफलता।
- बार-बार कोर्ट-कचहरी या कानूनी मामले होना।
- पैतृक संपत्ति से जुड़े विवाद।
- अचानक दुर्घटनाएँ या चोट लगना।Kundali Me Shani Dosh
Shani Dosh Ki Puja – शनि दोष की पूजा और उपाय
शनि दोष को दूर करने के लिए पूजा-पाठ और कुछ सरल उपाय अत्यंत लाभकारी माने गए हैं:
- शनि देव की पूजा – शनिवार के दिन तेल का दीपक जलाकर शनि देव की आराधना करनी चाहिए।
- पीपल पूजन – शनिवार को पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाना शुभ होता है।
- दान करना – काले तिल, काला कपड़ा, सरसों का तेल, और लोहे का दान शनि दोष को कम करता है।
- हनुमान जी की आराधना – शनि देव को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- गरीब और जरूरतमंद की सेवा – कर्मफलदाता शनि सेवा से प्रसन्न होते हैं।
Shani Mantra – शनि का मंत्र
शनि दोष से राहत पाने के लिए शनिवार को निम्न मंत्र का जाप करना बेहद लाभकारी है:
“ॐ शं शनैश्चराय नमः”
इस मंत्र का जाप 108 बार शनिवार को करना चाहिए।
शनि के लिए रत्न और छल्ला (कील )
- रत्न: शनि को प्रसन्न करने के लिए नीलम (Blue Sapphire) धारण किया जाता है। हालांकि इसे पहनने से पहले योग्य ज्योतिषी से परामर्श लेना जरूरी है।शनि छल्ला के अंतर्गत घोड़े के नाल का छल्ला या नाव की कील पहनने से आशातीत लाभ मिलने की संभावना बनती है। शनिवार को नियमित रूप से व्रत रखना, तेल का दान करना और शनि मंदिर में दर्शन करना शुभ माना जाता है।Kundali Me Shani Dosh
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1. शनि दोष कब लगता है?
जब शनि कुंडली में अशुभ स्थान पर हो या साढ़े साती-ढैय्या चल रही हो।
Q2. क्या शनि दोष हमेशा कष्ट देता है?
नहीं, शनि मेहनत और तपस्या से प्रसन्न हो जाते हैं और व्यक्ति को फल भी देते हैं।
Q3. शनि दोष दूर करने के लिए क्या करना चाहिए?
दान, पूजा, मंत्र-जाप और सेवा से शनि के दुष्प्रभाव कम किए जा सकते हैं।
Q4. क्या हर किसी को नीलम पहनना चाहिए?
नहीं, नीलम धारण करने से पहले किसी ज्योतिषी से सलाह लेना अनिवार्य है।
Disclaimer (अस्वीकरण)
यह लेख ज्योतिषीय मान्यताओं और शास्त्रों पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल जानकारी प्रदान करना है। किसी भी प्रकार का रत्न धारण करने, पूजा करने या उपाय अपनाने से पहले योग्य ज्योतिषी से परामर्श अवश्य लें।Kundali Me Shani Dosh
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