इस दिन धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 7:44 बजे से रात 8:41 बजे तक रहेगा। इसी समय मां लक्ष्मी, भगवान कुबेर और भगवान धन्वंतरि की आराधना करने से घर में धन-वैभव और सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है।
धनतेरस का धार्मिक महत्व
धनतेरस शब्द दो भागों से मिलकर बना है – धन + तेरस। इस दिन धन, समृद्धि और सुख-शांति की प्राप्ति के लिए विशेष पूजा की जाती है।
कथाओं के अनुसार, समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक मास की त्रयोदशी को ही भगवान धन्वंतरि अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे। इसी कारण इस दिन को “धन्वंतरि जयंती” भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन धन्वंतरि, मां लक्ष्मी और कुबेर जी की पूजा करने से घर में स्वास्थ्य और धन की वृद्धि होती है।
धनतेरस की रात घर के बाहर दीप जलाकर यमराज की आराधना भी की जाती है। इसे “यमदीप” कहा जाता है और यह अकाल मृत्यु से रक्षा का प्रतीक माना जाता है।
धनतेरस पूजा की विधि
धनतेरस पर सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और पूरे घर की सफाई करें। दरवाजों और पूजा स्थल को फूलों और रंगोली से सजाएं।पूजा स्थल पर लाल या पीले वस्त्र बिछाकर उस पर भगवान गणेश, मां लक्ष्मी, कुबेर और धन्वंतरि की मूर्ति या चित्र स्थापित करें। एक कलश में गंगाजल भरकर उसमें अक्षत और सुपारी डालें।सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें। उन्हें दूर्वा, मोदक और पुष्प अर्पित करें।Dhanteras 2025 Date Muhurat Puja Mahatva
इसके बाद मां लक्ष्मी, भगवान कुबेर और धन्वंतरि की पूजा करें। धूप-दीप जलाकर मंत्रों का जाप करें और नैवेद्य अर्पित करें।पूजा के अंत में आरती करें और दीपक जलाकर घर के बाहर दक्षिण दिशा में रखें। यह “यमदीप” कहलाता है।
धनतेरस पर क्या खरीदें?
धनतेरस पर खरीदारी करना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन खरीदी गई वस्तुएं घर में समृद्धि और शुभता लाती हैं।
- सोना और चांदी – आभूषण या सिक्के खरीदना अत्यंत शुभ है।
- धातु के बर्तन – खासकर तांबा, पीतल और चांदी के बर्तन लाना चाहिए। ध्यान रहे कि बर्तन खाली न हों।
- झाड़ू – इसे लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है और घर की दरिद्रता दूर होती है।
- देवी-देवताओं की मूर्ति और यंत्र – लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा या कोई पवित्र यंत्र खरीदना शुभ रहता है।
- नए वाहन या इलेक्ट्रॉनिक्स – आधुनिक समय में लोग इस दिन नए वाहन और उपकरण भी खरीदते हैं।Dhanteras 2025 Date Muhurat Puja Mahatva
धनतेरस पर क्या न खरीदें?
- लोहे के बर्तन या तेज धार वाली वस्तुएं जैसे चाकू, कैंची।
- काले रंग की वस्तुएं।
- खाली बर्तन।
- कांच या टूटे-फूटे सामान।Dhanteras 2025 Date Muhurat Puja Mahatva
धनतेरस 2025 से जुड़े सामान्य प्रश्न (FAQ)
प्रश्न 1: धनतेरस 2025 कब है?
उत्तर: इस वर्ष धनतेरस 18 अक्टूबर 2025, शनिवार को मनाई जाएगी।
प्रश्न 2: धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है?
उत्तर: धनतेरस 2025 पर पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 7:44 से रात 8:41 बजे तक रहेगा।
प्रश्न 3: धनतेरस पर किसकी पूजा की जाती है?
उत्तर: मां लक्ष्मी, भगवान कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है।
प्रश्न 4: धनतेरस पर क्या खरीदना शुभ होता है?
उत्तर: सोना-चांदी, धातु के बर्तन, झाड़ू, प्रतिमा और इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं शुभ मानी जाती हैं।
प्रश्न 5: धनतेरस क्यों मनाई जाती है?
उत्तर: समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने और मां लक्ष्मी के आगमन के कारण यह तिथि अत्यंत पावन मानी जाती है।Dhanteras 2025 Date Muhurat Puja Mahatva
Disclaimer
यह लेख धार्मिक मान्यताओं, परंपराओं और सामान्य पंचांग गणना पर आधारित है। समय और विधि स्थान और स्थानीय परंपरा के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं। पाठक अपनी सुविधा और स्थानीय परंपरा के अनुसार निर्णय लें।
धनतेरस 2025, धनतेरस तिथि, धनतेरस मुहूर्त, धनतेरस पूजा विधि, धनतेरस महत्व, Dhanteras 2025 date, Dhanteras puja muhurat, क्या खरीदें धनतेरस पर
#धनतेरस2025 #Dhanteras #धनतेरसपुजा #शुभमुहूर्त #धनलक्ष्मी #पूजाविधि
1 thought on “धनतेरस 2025: कब है तिथि और शुभ मुहूर्त? Dhanteras 2025 Date Muhurat Puja Mahatva”