दिवाली 2025 की तिथि और पंचांग
द्रिक पंचांग के अनुसार, कार्तिक अमावस्या तिथि का प्रारंभ 20 अक्टूबर 2025 को सुबह 03:44 बजे होगा और इसका समापन 21 अक्टूबर 2025 को सुबह 05:54 बजे होगा।
पंचांग के अनुसार दीपावली का पर्व 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार) को ही मनाया जाएगा।Diwali 2025 Date Puja Muhurat
दिवाली का धार्मिक महत्व
मान्यता है कि जब भगवान श्रीराम माता सीता और भाई लक्ष्मण के साथ 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे, तब नगरवासियों ने दीप जलाकर उनका भव्य स्वागत किया। तभी से दीपावली का पर्व प्रकाश, विजय और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
इसके अतिरिक्त यह दिन मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर की विशेष पूजा का दिन है। दीपावली पर दीप जलाने से न केवल घर-आंगन प्रकाशित होता है, बल्कि जीवन में सकारात्मकता और सुख-समृद्धि का वास भी होता है।Diwali 2025 Date Puja Muhurat
दिवाली 2025 पूजा का शुभ मुहूर्त
लक्ष्मी पूजन मुहूर्त:
- शाम 05:42 बजे से रात 07:38 बजे तक
- कुल अवधि: 1 घंटा 56 मिनट
प्रदोष काल:
- शाम 05:42 से रात 08:16 बजे तक
निशीथ काल:
- रात 11:41 से 12:33 तक
(यह समय भारतीय मानक समय के अनुसार है। अलग-अलग स्थान पर पंचांग अनुसार थोड़ा परिवर्तन संभव है।)Diwali 2025 Date Puja Muhurat
दिवाली पूजन विधि 2025
- सबसे पहले घर की अच्छी तरह से सफाई करें और पूजा स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें।
- मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और भगवान कुबेर की प्रतिमा या चित्र को पूजन स्थान पर स्थापित करें।
- उन्हें पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी और गंगाजल) से स्नान कराएं।
- दीप प्रज्वलित करें और धूप-दीप से आरती करें।
- लक्ष्मी माता को लाल वस्त्र, पुष्प, चांदी या सोने के सिक्के और कमल का फूल अर्पित करें।
- मिठाई, फल और खील-बताशा का भोग लगाएं।
- अंत में पूरे परिवार सहित मां लक्ष्मी की आरती करें।Diwali 2025 Date Puja Muhurat
दिवाली पर विशेष उपाय 2025
धन वृद्धि के लिए: दिवाली की रात को लक्ष्मी पूजन के बाद तिजोरी में श्रीयंत्र स्थापित करें।
ऋण मुक्ति के लिए: कुबेर पूजन कर “ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये नमः” मंत्र का जाप करें।
सुख-समृद्धि के लिए: इस दिन घर के मुख्य द्वार पर दोनों ओर दीप जलाएं और उसमें सरसों का तेल डालें।
सकारात्मक ऊर्जा के लिए: अमावस्या की रात को घर के हर कोने में दीपक जलाने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।Diwali 2025 Date Puja Muhurat
दिवाली का सामाजिक महत्व
दिवाली केवल धार्मिक दृष्टि से ही महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी इसका बहुत महत्व है। इस दिन रिश्तों में मिठास घुलती है, परिवार और समाज एकजुट होते हैं। घर-आंगन, बाजार और सड़कें दीपों से जगमगा उठते हैं। इसीलिए इसे प्रकाश पर्व कहा जाता है।Diwali 2025 Date Puja Muhurat
दिवाली 2025 – संपूर्ण सारांश
- दिवाली की तिथि: 20 अक्टूबर 2025, सोमवार
- अमावस्या तिथि प्रारंभ: 20 अक्टूबर सुबह 03:44 बजे
- अमावस्या तिथि समाप्त: 21 अक्टूबर सुबह 05:54 बजे
- लक्ष्मी पूजन मुहूर्त: 05:42 PM – 07:38 PM
- मुख्य पूजा देवता: मां लक्ष्मी, भगवान गणेश, भगवान कुबेर
निष्कर्ष
दिवाली का पर्व हर वर्ष हमें यह संदेश देता है कि चाहे अंधकार कितना भी गहरा क्यों न हो, ज्ञान और सत्य का प्रकाश सदैव विजयी होता है। दिवाली 2025 भी हमारे जीवन में नए अवसर, खुशहाली और सकारात्मक ऊर्जा लेकर आए, यही शुभकामना है।
FAQ – दिवाली 2025
Q1. दिवाली 2025 कब है?
दिवाली 20 अक्टूबर 2025, सोमवार को है।
Q2. लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त कब है?
शाम 05:42 बजे से 07:38 बजे तक।
Q3. दिवाली पर किनकी पूजा की जाती है?
मां लक्ष्मी, भगवान गणेश और भगवान कुबेर की पूजा होती है।
Q4. दिवाली क्यों मनाई जाती है?
भगवान श्रीराम के 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या आगमन की खुशी में दीप जलाए गए थे, तभी से यह पर्व मनाया जाता है।
Disclaimer
यह लेख विभिन्न पंचांगों और धार्मिक मान्यताओं के आधार पर तैयार किया गया है। स्थानानुसार समय और परंपराओं में अंतर संभव है। पाठक अपने स्थानीय पंडित या पुरोहित से भी सलाह अवश्य लें।
Diwali 2025, दिवाली 2025 की तारीख, दीपावली 2025, दिवाली पूजा मुहूर्त 2025, लक्ष्मी पूजन विधि 2025, Diwali Date 2025, दीपावली उपाय
#Diwali2025 #दीपावली #LakshmiPuja #HinduFestival #DiwaliMuhurat
2 thoughts on “Diwali 2025: दिवाली 2025 कब है? जानें तिथि, पूजा का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि Diwali 2025 Date Puja Muhurat”