गोवर्धन पूजा और भाई दूज में छिपा सच — तिथि, कथा और पूजा विधि जो हर घर में होनी चाहिए Govardhan Puja Vs Bhai Dooj 2025

Govardhan Puja Vs Bhai Dooj 2025 : दीपावली के पांच दिवसीय पर्व के अंतर्गत आने वाले गोवर्धन पूजा और भाई दूज दोनों ही अत्यंत शुभ और धार्मिक पर्व हैं। दोनों त्योहारों का अपना अलग महत्व, पूजा विधि और कथा है। आइए जानते हैं इन दोनों पावन पर्वों के बीच का अंतर, इनके पीछे की कहानी, तिथि, पूजा विधि और मंगलकामनाएं।

READ ALSO :

Dhanteras 2025: कब है धनतेरस 18 या 19 october? जानिए शुभ तिथि, खरीदारी का सही समय, पूजा विधि और महत्व Dhanteras 2025 Date Shubh Muhurat


गोवर्धन पूजा का महत्व (Govardhan Puja Importance)

गोवर्धन पूजा, दीपावली के अगले दिन मनाई जाती है। यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की कथा से जुड़ा हुआ है। इस दिन लोग भगवान कृष्ण और गोवर्धन पर्वत की पूजा करते हैं और गायों, बैलों तथा पशुधन की आराधना करते हैं। माना जाता है कि इस दिन गोवर्धन की पूजा करने से घर में अन्न, धन, और सुख-समृद्धि बनी रहती है। यह पर्व प्रकृति और भगवान के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है। Govardhan Puja Vs Bhai Dooj 2025


गोवर्धन पूजा की कथा (Govardhan Puja Story)

धार्मिक मान्यता के अनुसार, एक बार भगवान श्रीकृष्ण ने देखा कि वृंदावन के लोग हर वर्ष इंद्र देव की पूजा करते हैं ताकि वर्षा हो सके। कृष्ण ने उन्हें समझाया कि वर्षा का कारण इंद्र नहीं बल्कि गोवर्धन पर्वत है जो बादलों को आकर्षित करता है और वर्षा करवाता है। तब सभी लोगों ने गोवर्धन की पूजा की। इससे इंद्र देव क्रोधित हो गए और मूसलाधार वर्षा करने लगे। तब श्रीकृष्ण ने अपनी छोटी उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर वृंदावन वासियों को सुरक्षित रखा। सात दिनों बाद इंद्र ने अपनी गलती मानी और कृष्ण से क्षमा मांगी। तभी से गोवर्धन पूजा की परंपरा शुरू हुई। Govardhan Puja Vs Bhai Dooj 2025


गोवर्धन पूजा की तिथि (Govardhan Puja 2025 Date)

साल 2025 में गोवर्धन पूजा 21 अक्टूबर (मंगलवार) को मनाई जाएगी। यह दिन कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को पड़ता है। दीपावली के अगले दिन यह पर्व मनाया जाता है।


गोवर्धन पूजा विधि (Govardhan Puja Vidhi)

इस दिन घर के आंगन या मंदिर में गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत का प्रतीक बनाकर उसकी पूजा की जाती है। गोवर्धन देव को फूल, अक्षत, जल, धूप, दीप और मिठाई अर्पित की जाती है। साथ ही भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति को स्नान कराकर नए वस्त्र पहनाए जाते हैं। पूजा के बाद ‘अन्नकूट’ बनाया जाता है, जिसमें विभिन्न प्रकार के व्यंजन रखे जाते हैं और फिर प्रसाद के रूप में वितरित किए जाते हैं।


भाई दूज का महत्व (Bhai Dooj Importance)

भाई दूज, दीपावली के पांचवें दिन मनाया जाने वाला प्रेम और स्नेह का पर्व है। यह त्योहार भाई-बहन के पवित्र संबंध को समर्पित है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाती हैं, उनकी आरती उतारती हैं और उनके दीर्घायु की कामना करती हैं। बदले में भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं और उनकी रक्षा का वचन देते हैं। यह पर्व यम और यमुना की कथा से जुड़ा हुआ है।


भाई दूज की कथा (Bhai Dooj Story)

कथा के अनुसार, सूर्य देव की पुत्री यमुना अपने भाई यमराज से मिलने के लिए बार-बार आग्रह करती थीं, परंतु यमराज व्यस्तता के कारण नहीं जा पाते थे। एक दिन जब यमराज उनसे मिलने आए, तब यमुना ने उनका स्वागत किया, आरती उतारी, तिलक लगाया और भोजन कराया। प्रसन्न होकर यमराज ने वचन दिया कि जो बहन इस दिन अपने भाई को तिलक करेगी, उसके भाई को अकाल मृत्यु का भय नहीं रहेगा। तभी से भाई दूज मनाने की परंपरा चली आ रही है। Govardhan Puja Vs Bhai Dooj 2025


भाई दूज की तिथि (Bhai Dooj 2025 Date)

साल 2025 में भाई दूज 23 अक्टूबर (गुरुवार) को मनाई जाएगी। यह दिन कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को पड़ता है।


भाई दूज की पूजा विधि (Bhai Dooj Vidhi)

इस दिन बहनें सुबह स्नान कर के शुभ मुहूर्त में थाली सजाती हैं। थाली में रोली, चावल, दीपक, मिठाई और नारियल रखा जाता है। भाई को तिलक लगाकर आरती उतारी जाती है और फिर मिठाई खिलाई जाती है। भाई अपनी बहन को उपहार देता है और स्नेह का बंधन मजबूत होता है। Govardhan Puja Vs Bhai Dooj 2025


गोवर्धन पूजा और भाई दूज में अंतर (Difference Between Govardhan Puja and Bhai Dooj)

गोवर्धन पूजा और भाई दूज दोनों ही दीपावली के पांच दिवसीय पर्व का हिस्सा हैं, लेकिन दोनों के उद्देश्य अलग हैं। गोवर्धन पूजा भगवान श्रीकृष्ण और प्रकृति की आराधना का प्रतीक है, जबकि भाई दूज भाई-बहन के स्नेह और सुरक्षा का प्रतीक है। गोवर्धन पूजा में अन्न, गोवर्धन पर्वत और श्रीकृष्ण की पूजा होती है, जबकि भाई दूज में भाई की दीर्घायु और बहन के प्रेम का उत्सव मनाया जाता है। Govardhan Puja Vs Bhai Dooj 2025


मंगलकामनाएं (Best Wishes)

गोवर्धन पूजा और भाई दूज के इस शुभ अवसर पर सभी के जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और भाई-बहन के रिश्ते में प्रेम बना रहे। भगवान श्रीकृष्ण और यम-यमुना की कृपा आप पर बनी रहे।


FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न 1: गोवर्धन पूजा कब मनाई जाती है?
उत्तर: दीपावली के अगले दिन, यानी 21 अक्टूबर 2025 को।

प्रश्न 2: भाई दूज की तिथि 2025 में कब है?
उत्तर: 23 अक्टूबर 2025, गुरुवार को।

प्रश्न 3: गोवर्धन पूजा में क्या किया जाता है?
उत्तर: गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर उसकी पूजा और अन्नकूट प्रसाद का आयोजन किया जाता है।

प्रश्न 4: भाई दूज का क्या महत्व है?
उत्तर: यह भाई-बहन के स्नेह और सुरक्षा का प्रतीक पर्व है।


Disclaimer

इस लेख में दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं और पंचांग पर आधारित है। सटीक पूजा समय और विधि के लिए अपने स्थानीय पुरोहित या पंचांग से परामर्श लें। Govardhan Puja Vs Bhai Dooj 2025

Govardhan Puja 2025, Bhai Dooj 2025, गोवर्धन पूजा 2025, भाई दूज पूजा विधि, गोवर्धन पूजा कथा, Bhai Dooj Story, गोवर्धन पूजा और भाई दूज में अंतर, दीपावली पर्व 2025, अन्नकूट पूजा विधि

#GovardhanPuja2025 #BhaiDooj2025 #DiwaliFestival #गोवर्धनपूजा #भाईदूज #GovardhanStory #BhaiDoojCelebration #HinduFestivals #NewsFacts24

Free Kundli Generator

Name:

Date of Birth:

Time of Birth:

Place: