Guru Vakri 2025: चार राशियों पर बृहस्पति का महाशुभ प्रभाव शुरू,मार्च 2026 तक लगातार मिलेगा भाग्य का साथ!वक्री गुरु 2025

Guru Vakri 2025

Guru Vakri 2025 5 दिसंबर 2025 को शाम 5:25 बजे गुरु ग्रह का मिथुन राशि में वक्री होना एक अत्यंत महत्वपूर्ण और दुर्लभ खगोलीय घटना है। ज्योतिष में गुरु को “देवगुरु बृहस्पति” कहा गया है, जो ज्ञान, धर्म, धन, भाग्य, शिक्षा, संतान, विवेक, और शुभत्व का कारक माना जाता है। जब भी गुरु अपनी गति बदलता है चाहे वक्री हो या मार्गी इसका अत्यंत गहरा प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है।प्राचीन ग्रंथ बृहद पाराशर होरा शास्त्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है“गुरुः शुभतां ददात्येव सर्वदा शुभकृद् ध्रुवम् ”अर्थात गुरु की अनुकूल दृष्टि जीवन में शुभता, समृद्धि और स्थिरता प्रदान करती है।

इसी प्रकार ब्रह्मांड पुराण में गुरु को “सौभाग्य और राजयोग देने वाला ग्रह” कहा गया है, जबकि मंत्र महोदधि में गुरु की स्तुति करते हुए उल्लेख मिलता है “गुरवे सर्वलोकानां विश्वरूपाय ते नमः ”गुरु का यह वक्री चरण 11 मार्च 2026 तक चलेगा और यह अवधि चार राशियों वृषभ, मिथुन, सिंह और कुम्भ के लिए अत्यंत शुभ फलदायी सिद्ध होने वाली है। इस दौरान इन जातकों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, व्यापार में लाभ मिलेगा, नए अवसर मिलेंगे, रुके हुए काम पूरे होंगे, भाग्य प्रबल होगा और जीवन में बड़े सकारात्मक परिवर्तन दिखाई देंगे।Guru Vakri 2025

इन 97 दिनों के वक्री चरण में गुरु की दृष्टि और फल दोनों विशेष प्रभाव डालते हैं। जब गुरु वक्री होता है, तब उसके फल गहरे, स्थायी और अंदर से परिवर्तनकारी होते हैं। यह समय इन चार राशियों के लिए सौभाग्य के नए द्वार खोलने वाला है।

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वृषभ राशि

आर्थिक उन्नति,करियर में बड़ा उछाल और पारिवारिक सुख

गुरु का द्वितीय भाव में वक्री होना वृषभ जातकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण और शुभ अवसर लेकर आया है। आपको करियर, व्यवसाय, धन, निवेश, और पारिवारिक जीवन में बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। रुके हुए काम अब तेजी से आगे बढ़ेंगे। उच्च पद, प्रमोशन या नई नौकरी का प्रस्ताव मिलने की प्रबल संभावना बन रही है।आर्थिक रूप से यह अवधि मजबूत रहने वाली है। लंबे समय से रुकी धनराशि वापस मिल सकती है, निवेश फायदेमंद होंगे, और आय के नए स्रोत बनेंगे। व्यापारियों के लिए नया स्टार्टअप, साझेदारी या विदेशी लेन-देन से लाभ मिलने के संकेत हैं।Guru Vakri 2025

घर-परिवार में भी इस समय शांति और समृद्धि बढ़ेगी। रिश्तों में मधुरता आएगी और परिवार में किसी शुभ कार्य या मांगलिक आयोजन के योग बन सकते हैं। अविवाहित लोगों को विवाह के प्रस्ताव मिल सकते हैं।स्वास्थ्य के लिहाज से भी यह समय सकारात्मक रहेगा, पुरानी समस्या धीरे-धीरे कम होगी।

वृषभ राशि के लिए गुरु वक्री विशेष उपाय एवं पूजा

गुरुवार को पीले वस्त्र पहनें।
गुरु मंत्र जप:
“ॐ बृं बृहस्पतये नमः” – प्रतिदिन 108 बार।
केले के पेड़ की पूजा करें।
गुरुवार को चने की दाल और हल्दी का दान करें।
पीली मिठाई बाँटना अत्यंत शुभ।Guru Vakri 2025


मिथुन राशि 

जीवन की दिशा बदलने वाला समय, भाग्य का द्वार खुलने वाला

गुरु सीधे आपकी ही राशि में वक्री हो रहे हैं, इसलिए यह समय आपके लिए अत्यंत निर्णायक और परिवर्तनकारी सिद्ध होगा। पिछले महीनों में जो स्थितियाँ स्थिर नहीं थीं, अब वे गति पकड़ेंगी। मानसिक रूप से जो उलझनें थीं, वे दूर होंगी और आप एक नई ऊर्जा के साथ जीवन को आगे बढ़ा पाएंगे।नई नौकरी, महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट, बड़े अनुबंध या व्यवसाय विस्तार के योग अत्यंत प्रबल हैं। विदेश यात्रा, विदेश में नौकरी या पढ़ाई के लिए भी यह समय शुभ है।Guru Vakri 2025

आप किसी बड़े निर्णय—जैसे घर खरीदना, नए व्यापार में उतरना या करियर बदलना—ले सकते हैं जो भविष्य में शानदार परिणाम देगा।प्रेम संबंधों में भी नई समझ और मधुरता आएगी। जो लोग विवाह योग्य हैं, उनके लिए शुभ प्रस्ताव मिलेंगे। दांपत्य जीवन में प्रेम और सहयोग बढ़ेगा।आर्थिक रूप से भी यह समय अच्छा रहेगा। आय के नए स्रोत बनेंगे।Guru Vakri 2025

मिथुन राशि के लिए गुरु वक्री के शुभ उपाय

गुरुवार को किन्नर के पेड़ (शमी) के नीचे दीपक जलाएँ।
बृहस्पति स्तोत्र का पाठ करें।
गुरु मंत्र जप:
“ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरवे नमः”
छोटे बच्चों को मिठाई खिलाएँ।
पीली वस्तुओं का दान कराएं।Guru Vakri 2025


Guru Vakri 2025

सिंह राशि

सफलता,मान-सम्मान, भाग्य वृद्धि और लक्ष्य प्राप्ति का समय

सिंह राशि वालों के लिए गुरु का लाभ भाव में वक्री चरण अत्यंत फलदायी सिद्ध होने वाला है। भाग्य आपका पूर्ण साथ देगा और लंबे समय से जिस सफलता की प्रतीक्षा थी, वह अब आपके कदम चूम सकती है।करियर में बड़ी उपलब्धि, प्रमोशन, सम्मान या किसी महत्वपूर्ण पद की प्राप्ति के योग बन रहे हैं। व्यापारियों के लिए यह समय नया विस्तार करने का, बड़े सौदे करने का और अपने काम को नई ऊँचाई तक ले जाने का है। जो सिंह राशि के छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें अत्यंत सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।Guru Vakri 2025

समाज में आपका सम्मान बढ़ेगा। उच्च अधिकारियों, वरिष्ठों और प्रतिष्ठित लोगों का सहयोग प्राप्त होगा। आपके संपर्कों का दायरा बढ़ेगा और उनसे लाभ भी मिलेगा।परिवार में आनन्द का माहौल रहेगा। संतान पक्ष से शुभ समाचार मिल सकता है।

सिंह राशि के लिए विशेष पूजा–पाठ और उपाय

गुरुवार को मंदिर में लंबा पीला वस्त्र चढ़ाएँ।
गुरु गायत्री मंत्र का जप करें:
“ॐ बृहस्पतये विद्महे दिव्यदेहाय धीमहि, तन्नो गुरु: प्रचोदयात्।”
पीला पुष्प अर्पित करें।
गुरुवार को 5 विद्यार्थियों को पुस्तक या पेन दान दें।Guru Vakri 2025

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कुम्भ राशि 

आयवृद्धि, मानसिक शांति, रिश्तों में सुधार और स्थिरता

कुम्भ राशि वालों के लिए गुरु का पंचम भाव में वक्री होना जीवन में स्थिरता और संतुलन लेकर आएगा। आर्थिक स्थिति बेहतर होगी, रुके हुए काम पूरे होंगे, और आपको करियर में नई दिशा मिलेगी।जिन व्यापारियों के लेन-देन रुके हुए थे, अब वे पूरे होंगे। साझेदारी वाले काम में लाभ मिलेगा। नौकरीपेशा लोगों को तरक्की, सम्मान तथा बेहतर अवसर प्राप्त होंगे।Guru Vakri 2025

पारिवारिक जीवन में मधुरता बढ़ेगी। पति-पत्नी के बीच गलतफहमियाँ दूर होंगी। प्रेम संबंधों में भी स्थिरता आएगी।मानसिक तनाव कम होगा और आप स्वयं को अधिक शांत, केंद्रित और सकारात्मक महसूस करेंगे। आध्यात्मिकता की ओर रुझान बढ़ सकता है।

कुम्भ राशि के लिए शुभ उपाय

• गुरुवार को पीली तुलसी (राम तुलसी) पर जल अर्पित करें।
• बृहस्पति बीज मंत्र जप:
“ॐ ब्रं बृहस्पतये नमः”
• पीली वस्तुओं, अनाज और हल्दी का दान करें।
• गाय को गुरुवार के दिन चने और गुड़ खिलाएँ।Guru Vakri 2025


FOQ:Guru Vakri 2025

1. गुरु के वक्री होने का क्या अर्थ है?

गुरु का वक्री होना उसकी गति में परिवर्तन को दर्शाता है। इस दौरान उसके फल गहरे, स्थायी और अधिक प्रभावशाली माने जाते हैं।

2. 5 दिसंबर 2025 को गुरु किस राशि में वक्री हो रहा है?

गुरु 5 दिसंबर 2025 को शाम 5:25 बजे मिथुन राशि में वक्री होगा।

3. किन चार राशियों को गुरु के वक्री होने से सबसे बड़ा लाभ मिलेगा?

इस अवधि में वृषभ, मिथुन, सिंह और कुम्भ राशि पर गुरु के अत्यंत शुभ प्रभाव पड़ेंगे।

4. गुरु के वक्री होने से क्या लाभ मिलते हैं?

करियर उन्नति, आर्थिक वृद्धि, शुभ अवसर, रिश्तों में सुधार, शिक्षा और आध्यात्मिक प्रगति—ये प्रमुख लाभ हैं।

5. गुरु कब तक वक्री रहेगा?

गुरु 11 मार्च 2026 तक अपनी वक्री चाल में रहेगा।

6. गुरु के वक्री होने पर क्या उपाय करने चाहिए?

गुरुवार का व्रत, पीला वस्त्र, चने की दाल, हल्दी, और “ॐ बृहस्पतये नमः” मंत्र जप अत्यंत शुभ माना जाता है।

7. क्या गुरु के वक्री होने से नौकरी और करियर में सुधार होता है?

हाँ, विशेषकर जिन पर गुरु की शुभ दृष्टि होती है, उन्हें नए अवसर, प्रमोशन और आय में वृद्धि मिलती है।Guru Vakri 2025


DISCLAIMER 

यह लेख पारंपरिक भारतीय ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल सामान्य ज्योतिषीय जानकारी प्रदान करना है। किसी भी निर्णय, निवेश, संबंध या स्वास्थ्य संबंधी कदम उठाने से पहले विशेषज्ञ की व्यक्तिगत सलाह अवश्य लें। ज्योतिषीय प्रभाव व्यक्ति की जन्म कुंडली के अनुसार भिन्न हो सकते हैं। वेबसाइट/लेखक किसी भी लाभ, हानि या परिणाम के लिए उत्तरदायी नहीं है।Guru Vakri 2025

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